Self Confidence कैसे बढ़ाए – आत्मविश्वास बढ़ाने के 5 तरीके

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हैलो दोस्तों इस पोस्ट मे self confidence kaise badhaye के बारे मे बताने वाला हूँ की आप self confidence (आत्मविश्वास) कैसे बढ़ा सकते हैं हम सभी ने कभी ना कभी यह महसूस जरूर किया है कि हमारे अंदर आत्मविश्वास की कमी है।  हमें लगने लगता है कि यह काम हमसे नहीं होगा या वह मुझसे बेहतर करेगा।  ऐसा भी होता है कि हम लोगों से बात करने में भी घबराते हैं Confident feel नहीं करते किसी मंच में जाने या माइक में बोलने से भी डरते हैं।

Self Confidence कैसे बढ़ाए – आत्मविश्वास बढ़ाने के 5 तरीके

ऐसा सिर्फ Self confidence या आत्मविश्वास की कमी होने की वजह से होता है ऐसा नहीं है कि यह कोई बीमारी है लेकिन यह जरूर कह सकते हैं कि आत्म विश्वासी ना होने पर हमें कई प्रकार के मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जिसे एक गंभीर समस्या कहा जा सकता है तो चलिए हम कुछ आसान से तरीकों को अपनाकर आत्मविश्वास बढ़ाने का उपाय बताते हैं।

Self confidence बढ़ाने के 5 आसान तरीके

आत्मविश्वास बढ़ाने के कुछ ही आसान तरीके हैं किंतु इन तरीकों को अपनाकर आत्मविश्वास एक बार हमारे अंदर बढ़ गया तो हममें Confidence अपने आप ही आना शुरू हो जाता है और मुझे यह कहने की जरूरत नहीं कि  Self confidence हममें हो तो हमारे कामयाबी के सफर में हम एक कदम और आगे बढ़ जाते हैं इतना ही नहीं self confident होना हमारे लिए एक दोस्त की तरह भी साबित होता है जो हमारी हमसे पहचान कराता है।

हम बात करते हैं अब आत्मविश्वास बढ़ाने के 5 आसान तरीकों के बारे में-

1.  सकारात्मकता

हमारे दिमाग में  एक ही समय पर हजारों विचार एक साथ चलते रहते हैं उनमें से कुछ विचार ऐसे होते हैं जो हमें खुशी की अनुभूति कराते हैं पर कुछ विचार ऐसे भी होते हैं जो हमें परेशान और निराश करते हैं । अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम किन विचारों से ज्यादा प्रभावित होते हैं जाहिर सी बात है! हम अपने विचारों पर अपना नियंत्रण नहीं रख सकते।  लेकिन किन विचारों पर हमें अमल करना है यह पूर्ण रूप से हम पर ही निर्भर करता है।

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इसलिए हमें जरूरत है कि हम अपने उन विचारों पर अमल करें जो हमें खुशी का और साथ ही सही होने का अहसास कराए हमारे अच्छे विचार ही हमें सकारात्मकता की उर्जा प्रदान करती है जो कि आत्मविश्वासी होने के लिए यह एक प्रमुख अंग माना जाता है।

 2.  स्वयं की तुलना किसी और से ना करना

आत्मविश्वासी  व्यक्ति बनने में एक बहुत बड़ी अर्चन तब आती है! जब हम स्वयं की तुलना किसी दूसरे व्यक्ति से करने लग जाते हैं जो कि एक गंभीर समस्या है

जब हम अपनी  क्षमता से अधिक करने लग जाते हैं किसी और से प्रभावित होकर तब हमें बिना निराशा और कुछ हासिल नहीं होता और हमारा मनोबल गिरने लगता है इसलिए हमें चाहिए कि हम दूसरों से जब प्रभावित होते हैं तो उनसे वह सीखे ताकि आप और क्षमतावान बन सके ना कि उनसे स्वयं की तुलना करें।

अगर हम स्वयं को सक्षम बना पाने में कामयाब होते हैं तो, आत्मविश्वास की कमी होने की समस्या हमसे कोसों दूर अपने आप ही चली जाएगी।

3.   लगातार प्रयास करते रहना

अक्सर ही हम यह देखते हैं कि जब हम किसी काम को करते हैं या कुछ सीखने की कोशिश करते हैं और वह हमसे हमारे उम्मीद के मुताबिक नहीं हो पाता है तब हमारी उन चीजों से दिलचस्पी घट जाती है और हम मान लेते हैं कि यह हमारे बस का नहीं है या यह हम कर ही नहीं सकते यह मान लेना ही इस बात को दर्शाता है कि हममें आत्मविश्वास की कमी है।

हम मनुष्यों में यह काबिलियत होती है कि हम स्वयं को माहौल के हिसाब से ढाल लेते हैं फिर चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक हमें जरूरत है तो सिर्फ अभ्यास और दृढ़ता की

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इसलिए जिस काम को हम वाकई में करना चाहते हैं उस काम में विफल होने के बाद भी लगातार प्रयास करते रहना चाहिए और हम अपने प्रयासों के माध्यम से जो कुछ भी हासिल करते हैं उसे हमें एक अलग ही खुशी की अनुभूति प्रदान होती है जिससे हमारा मनोबल और दृढ़ होता चला जाता है जिस वजह से हम स्वयं को Self confidence से पर्याप्त भर देते हैं।

4.   स्वयं को स्वीकारना

दोस्तों यह आम बात हो गई है अब की अगर कोई भी बनता काम बिगड़ जाए तो उस बिगड़े काम की जिम्मेदारी हम लेने से नकार देते हैं और कोई भी बेतुके से बजह  दे कर दूसरों और स्वयं को भी बेवकूफ बनाते हैं कहीं ना कहीं यह बात हम सभी जानते हैं ऐसा करना गलत है पर फिर भी हमारा अभिमान हममें इस कदर हावी हो जाता है कि हम इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं।

एक से दो बार ऐसा होता है तो हमारे मानसिकता पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ता किंतु अगर यह हमारी आदत बन जाए तो एक समय बाद हम स्वयं यह महसूस करने लग जाते हैं कि सच को ना स्वीकारना हमारी एक बुरी आदत बन चुकी है जिस वजह से आप! स्वयं की ही नजरों में खुद को हर काम के लिए दोषी मानने लग जाते और ऐसे में आपका Self confidence खत्म होते चला जाता है।

इसीलिए! हमें शुरुआती दौर पर ही अपने आप को स्वीकारना सीख लेना चाहिए और अपनी कमियों पर काम करना चाहिए ऐसा करने से आप! अपनी हर एक कमी को एक-एक करके दूर करते चले जाएंगे और खुद को Confident feel करने लग जाएंगे।

5.  सपने देखना

हम जब भी निराश होते हैं तब सपने देखना छोड़ देते हैं हम यह मान लेते हैं कि जो सपने कभी पूरे नहीं होंगे उन्हें देखना व्यर्थ है और ऐसे ही अपने जीवन से हताश और निराश होकर हम अपना आत्मविश्वास भी धीरे-धीरे करके खोते चले जाते हैं।

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सपने देखना (Imagine करना) इंसान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है जब हम किसी चीज की कल्पना करते हैं तो उसे सच में करने का प्रयास करते हैं आज हम जिन भी बड़ी हस्तियों को देखते हैं उन सभी में एक बात Common है और वह है सपने देखना अपने अच्छे भविष्य और कामयाबी की कल्पना करना कल्पना करने से हम खुश होते हैं और अपने मकसद  के प्रति अग्रसर होते हैं। 

यह एक  तरीके से self Motivation का काम भी करता है  एक बार हम खुद को  motivate करने का तरीका सीख ले तो यह हमारे तहे उम्र काम आता है और जब आप  motivate हो तो स्वयं ही खुद को आत्म विश्वासी महसूस करते हैं।

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 निष्कर्ष

हमने  जाना कि self confident ना होने की वजय से किन किन समस्याओ से हमारे जीवन मे प्रभाव पड़ता है और साथ ही हमने Self confidence बढ़ाने के 5 आसान तरीके के बारे मे भी बात की है। 

Self confidence ना होना यह समस्या हर उम्र में  हो सकती है खास तौर पर बच्चों को जब वह बड़े हो रहे होते हैं तब उन पर बहुत दबाव होता है किसी  काबिल बनने का और यहां तक यह भी देखा जा रहा है कि इस नए दौर में आगे बढ़ते जमाने में अगर कोई पीछे रह गया तो वह अपनी मनोवृत्ति इस कदर कर लेता है कि खुद के जीवन को भी त्याग देता है।  जिसकी यह एक साफ वजह होती है कि उसमें आत्मविश्वास जरा भी नहीं रह गया था इसीलिए हमारे जीवन में आत्मविश्वास का हममें होना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

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