Wireless mouse in Hindi | वायरलेस माउस क्या है और इसके 3 प्रकार

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आज इस पोस्ट में Wireless mouse क्या है के बारे में जानेंगे, यह कितने प्रकार के होते हैं, इसकी विशेषताएं क्या है, इसके लाभ क्या हैं और उसके नुकसान क्या होते हैं इन सभी के बारे में यहाँ विस्तार से आसान शब्दों में बताया गया है यह जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें। जिससे कि इसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी को प्राप्त कर सकें आइए अब जानते हैं Wireless mouse क्या है?

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Wireless mouse in Hindi | वायरलेस माउस क्या है और इसके 3 प्रकार

 

Wireless mouse kya hai | वायरलेस माउस क्या है

Wireless mouse एक प्रकार का ऐसा माउस होता है जिसमें किसी भी प्रकार के तार (wire) का उपयोग नहीं किया जाता है इस वायरलेस माउस को बनाने में ऐसी टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है जिससे यह कंप्यूटर्स में बिना किसी  वायर (wire) के कनेक्ट हो सके। 

यह एक प्रकार का (input device) इनपुट डिवाइस होता है जो बिना किसी वायर का उपयोग किए बिना ही कंप्यूटर के साथ कनेक्ट हो जाता है Wireless mouse कंप्यूटर हार्डवेयर का एक part (हिस्सा) है जिसे कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए वायरलेस (बिना तार के) टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है जैसे- ब्लूटूथ, वाईफाई, रेडियो तरंगे (RF सिग्नल)।

इसका उपयोग कंप्यूटर को किसी भी प्रकार का कमांड या इनपुट देने के लिए किया जाता है माउस कंप्यूटर के साथ कनेक्ट होने के लिए रिसीवर को सिग्नल भेजता है इसके बाद रिसीवर उस सिग्नल को एक्सेप्ट कर लेता है जिससे यह कंप्यूटर के साथ कनेक्ट हो जाता है इसके बाद यूजर अपनी इच्छा के अनुसार माउस के प्वाइंटर को किसी भी दिशा में घुमा सकते हैं और अपना काम कर सकते हैं।

Wireless mouse को cordless mouse के नाम से भी जाना जाता है जो किसी यूजर को कंप्यूटर के साथ interact करने में सहायक होता है वायरलेस माउस का आविष्कार 1984 में हुआ था और इसका नाम Logitech metaphor दिया गया था यह माउस 2000 के दशक में बहुत लोकप्रिय हुआ था और इसकी लोकप्रियता दिन प्रति दिन बढ़ती चली गई। 

इस माउस का उपयोग ज्यादातर गेम खेलने के लिए और ग्राफिक डिजाइन बनाने के लिए उपयोग किया जाता है इस माउस में किसी भी प्रकार का वायर का प्रयोग नहीं किया जाता है जिससे किसी भी दिशा में move करना आसान होता है। 

इसकी रेंज बहुत अच्छी होती है जिसके कारण इसे कमरे के किसी भी जगह पर बैठकर ऑपरेट किया जा सकता है जिसके कारण यह ज्यादा विश्वसनीय होता है इस mouse को ऑपरेट करने के लिए ट्रांसमीटर और रिसीवर दोनों की जरूरत पड़ती है जो इन्हें सिग्नल भेजने और प्राप्त करने में सहायता करता है

इस mouse का उपयोग करने के लिए इसे चार्ज करना पड़ता है इसमें रिचार्जेबल बैटरी का उपयोग किया जाता है अलग-अलग कंपनियां Wireless mouse मे अलग-अलग प्रकार की बैटरी और साइज का उपयोग करती हैं जैसे- AAA बैटरी, AA बैटरी, Li ion, NiMH बैटरी इत्यादि। 

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Type of wireless mouse | वायरलेस माउस के प्रकार

वायरलेस माउस मुख्य तीन प्रकार के होते हैं-

  1. Optical mouse
  2. RF mouse
  3. Bluetooth mouse

1. Optical mouse – ऑप्टिकल माउस एक प्रकार से वायरलेस माउस है जो इंफ्रारेड तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है और कंप्यूटर के साथ कनेक्ट होता है यह माउस बहुत पुराना Wireless mouse अब के समय में हो गया है। इस माउस की निचली सतह पर लाल कलर का प्रकाश निकलता है जो माउस में लगे sensor का होता है इस सेंसर की सहायता से ही यूजर माउस के प्वाइंटर को किसी भी दिशा में घुमा कर सकता है। 

2. RF mouse – RF माउस का पूरा नाम रेडियो फ्रिकवेंसी माउस होता है यह एक प्रकार से वायरलेस माउस है जो कंप्यूटर के साथ जुड़ने के लिए रेडियो फ्रिकवेंसी का उपयोग करता है। इस माउस के अंदर एक ट्रांसमीटर लगाया जाता है जो सिग्नल को ट्रांसफर करता है और उन सिग्नल को रिसीवर के द्वारा प्राप्त कर लिया जाता है इसके बाद यह माउस कंप्यूटर के साथ कनेक्ट हो जाता है और फिर इसका उपयोग हम कर पाते हैं। 

3. Bluetooth mouse – ब्लूटूथ माउस रेडियो फ्रिकवेंसी माउस के तरह ही होता है जिसको कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए वायरलेस तकनीक का उपयोग किया गया है। इस माउस में ब्लूटूथ तकनीक का उपयोग किया गया है जिसके द्वारा कंप्यूटर के साथ कनेक्ट हो पाता है इसके अंदर एक ट्रांसमीटर लगा होता है इस माउस की रेंज लगभग 33 फुट तक होती है ब्लूटूथ माउस को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करने के अतिरिक्त  अन्य कई डिवाइसों को जोड़ने के लिए भी किया जाता है जैसे- प्रिंटर, कीबोर्ड और अन्य ब्लूटूथ डिवाइसेज इत्यादि। 

Features of wireless mouse | वायरलेस माउस की विशेषताएं

  • वायरलेस माउस को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करने के लिए वायरलेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है
  • इस प्रकार के माउस मे ट्रांसमीटर और रिसीवर का उपयोग सिग्नल को भेजने के लिए किया जाता है
  • इस प्रकार का माउस ज्यादातर गेमर्स और ग्राफिक डिजाइनर के द्वारा उपयोग किया जाता है
  • Wireless mouse को चलाने के लिए बैटरी का उपयोग किया जाता है
  • यह माउस वायर्ड माउस की तुलना में कम लोकप्रिय है

Advantages of wireless mouse | वायरलेस माउस के फायदे

वॉयरलेस माउस के कई फायदे होते हैं जो निम्नलिखित हैं-

  • Comfort (आरामदायक)-  वायरलेस माउस में किसी प्रकार का केवल या तार ना लगे होने के कारण इसे किसी भी जगह बैठकर कंप्यूटर को ऑपरेट किया जा सकता है या कमांड दे सकते हैं।
  • User friendly – इस प्रकार के माउस को उपयोग करने के लिए यूजर को कंप्यूटर के पास बैठने की आवश्यकता नहीं पड़ती है जिससे वह अच्छा अनुभव करता है।
  • Easy to use (उपयोग करने में आसान) – इस माउस को उपयोग करना बहुत आसान होता है।
  • Easy to connect – यह माउस आसानी के साथ कंप्यूटर से कनेक्ट हो जाता है।
  • Portable- यह माउस छोटा होता है जिसके कारण इसे कहीं पर भी आसानी के साथ लाया ले जा सकता है। 

वायरलेस माउस के एडवांटेजेस होने के साथ-साथ इसमें कुछ डिसएडवांटेजेस भी होते हैं। 

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Disadvantages of wireless mouse | वायरलेस माउस के नुकसान

वायरलेस माउस के नुकसान इस प्रकार से हैं-

  • Charging problem (चार्जिंग में परेशानी) – वायरलेस माउस में बैटरी का उपयोग किया जाता है जिसके कारण इसे उपयोग करने के लिए नियमित रूप से चार्ज करना पड़ता है।
  • कम विश्वसनीय – वायरलेस माउस कम विश्वसनीय होता है वायर्ड माउस के मुकाबले।
  • Range (सीमा) – इस प्रकार के माउस को यदि कंप्यूटर से ज्यादा दूरी पर ले जाया जाता है तो यह डिस्कनेक्ट हो जाता है।
  • ज्यादा कीमत – यह माउस वायर वाले माउस की तुलना में ज्यादा महंगा होता है।
  • जल्दी खराब – यह माउस बहुत जल्दी खराब हो जाता है। वायरलेस माउस में बैटरी लगे होने के कारण यह भारी होता है। 

वायरस माउस के कुछ उदाहरण

  • Logitech m331 silent Plus
  • Lenovo 300
  • HP X200
  • Logitech M221
  • iBall free go g100 premium

वायर (wire) और वायरलेस (wireless) माउस में अंतर

Wire mouse  Wireless mouse 
वायर्ड माउस को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करने के लिए यह स्पीकेबल का उपयोग किया जाता है। वायरलेस माउस को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करने के लिए किसी वायर की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
यह माउस कम दामों में मिल जाता है। इस प्रकार का माउस ज्यादा कीमत में मिलता है।
यह माउस की रेंज कम होती है। इस माउस की रेंज ज्यादा दूरी तक होती है।
इस माउस का उपयोग करने के लिए कंप्यूटर के पास बैठना पड़ता है। इस प्रकार के माउस को उपयोग करने के लिए यूज़र को कंप्यूटर के पास बैठना नहीं पड़ता है
यह ज्यादा विश्वसनीय होता है। यह कम विश्वसनीय होता है। 

पूछे जाने वाले प्रश्न 

प्रश्न 1. वायरलेस माउस का क्या कार्य है?

वायरलेस माउस एक प्रकार का (input device) इनपुट डिवाइस होता है जो बिना किसी वायर का उपयोग किए बिना ही कंप्यूटर के साथ कनेक्ट हो जाता है।

प्रश्न 2. माउस कितने प्रकार के होते हैं हिंदी में?

वायरलेस माउस मुख्य तीन प्रकार के होते हैं
1. Optical mouse (ऑप्टिकल माउस)
2. RF mouse (रेडियो फ्रिकवेंसी माउस)
3. Bluetooth mouse (ब्लूटूथ माउस)

प्रश्न 3. माउस के जनक कौन है?

माउस के जनक Dougles Engelbert (डगलस एंगेलबर्ट) है ।

प्रश्न 4. कंप्यूटर के माउस में कितने बटन होते हैं?

माउस में कुल 3 बटन होते है।
1. left side button
2. right side button
3. scroller जो बीच मे होता है।

प्रश्न 5. वायरलेस माउस का आविष्कार कब हुआ था?

वायरलेस माउस का आविष्कार 1984 में हुआ था। इसका नाम Logitech metaphor दिया गया था।

निष्कर्ष

इस पोस्ट मे वायरलेस माउस के बारे में जानकारी दी गई है की Wireless mouse क्या है, यह कितने प्रकार के होते हैं इसकी विशेषताएं क्या है। इसके लाभ क्या हैं इसके हानि क्या है, वायर माउस और वायरलेस माउस के बीच क्या अंतर होता है हमें उम्मीद है कि आप लोगों ने इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ा होगा 

आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी जरूर पसंद आई होगी और कुछ नया सीखने को मिला होगा कमेंट करके हमें जरूर बताएं कि यह पोस्ट वॉयरलैस माउस क्या है कैसा लगा और इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सोशल मीडिया जैसे – फेसबुक, व्हाट्सएप, टेलीग्राम और अन्य जगहो में शेयर जरूर करें और ऐसे ही जानकारी पाते रहने के लिए सब्सक्राइब करना न भूलें। 

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